What Does Shiv chaisa Mean?
What Does Shiv chaisa Mean?
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थोड़ा जल स्वयं पी लें और मिश्री प्रसाद के रूप में बांट दें।
शिव को भस्म क्यों चढ़ाई जाती है, जानिए यहां भस्म आरती के राज
ॠनियां जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
अर्थ: हे प्रभू आपने तुरंत तरकासुर को मारने के लिए षडानन (भगवान शिव व पार्वती के पुत्र कार्तिकेय) को भेजा। आपने ही जलंधर (श्रीमद्देवी भागवत् पुराण के अनुसार भगवान शिव के तेज से ही जलंधर पैदा हुआ था) नामक असुर का संहार किया। आपके कल्याणकारी यश को पूरा संसार जानता है।
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा more info करत सन्तन प्रतिपाला॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन क्षार लगाए॥
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
शिव को भस्म क्यों चढ़ाई जाती है, जानिए यहां भस्म आरती के राज